शुक्रवार, 5 दिसंबर 2014

350 .मौन का हर कतरा

३५० 
मौन का हर कतरा 
एकांत के हर ख्याल 
तेरे साथ 
जुड़े होते हैं
तूने बहुत हिम्मत की 
मुझसे बेवफाई कर 
दूर मुझसे चली गयी 
पर तेरी इतनी 
बिसात कहाँ 
मेरे दिल से 
मेरे ख्यालों से 
मेरे यादों से 
तूँ दूर चली जा 
भागते - भागते 
तेरे पाँव दुःख जायेंगे 
मुझे भूलते - भूलते 
तेरे जीवन कट जायेंगे 
सारा प्रयत्न 
तेरा व्यर्थ हो जायेगा 
मेरे यादों से दूर 
तुझे नहीं रहा जायेगा 
सिर्फ एक मौत 
जो आ जाये 
शायद तेरे ख्यालों से 
जुदा कर पाये 
और लग जाये तब 
संबंधों का पूर्ण विराम !

सुधीर कुमार ' सवेरा ' 

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