शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2015

397 . खुद को माफ़ करूँ न करूँ

३९७ 
खुद को माफ़ करूँ न करूँ 
तुझको माफ़ मैं कर दूंगा 
गर कभी कुछ माँगना ही पड़ा 
खुदा से क़यामत मांग लूंगा 
सफर लम्बा और 
जां तन्हा होगी 
' सवेरा ' की भी सुन लो 
तन बड़ा और कफ़न छोटी होगी !

सुधीर कुमार ' सवेरा ' 

कोई टिप्पणी नहीं: