बुधवार, 29 अप्रैल 2015

463 . देकर यदि किसी को कुछ तुम

                 ( परम पूज्य अम्मा और बाबूजी )
४६३ 
देकर यदि किसी को कुछ तुम 
कहते हो हमने दान दिया 
दान नहीं वह अहंकार किया 
फल में , उसका प्रसाद ग्रहण किया 
तभी समझो तुमने दान दिया 
धन है एक अर्थ अनेक 
देता दान , कीर्ति , गुणगान भी 
देता भोग , साज सम्मान भी 
देता गौरव  पद , उपकार भी 
देता स्वर्ग - नरक का द्वार भी 
देता त्याग , पुण्य - उपहार भी 
कुछ उपकार करो स्व कल्याण करो 
भोग में पर मत भाग्य बिगाड़ो 
बन मालिक धन को नौकर बनाओ !

सुधीर कुमार ' सवेरा ' 

कोई टिप्पणी नहीं: