गुरुवार, 13 अगस्त 2015

533 . यूपीए - २ का देखो कमाल

                                      यादें 
           ( बेटे उज्जवल सुमित का जन्म दिन )
५३३
यूपीए - २ का देखो कमाल 
पहले घोटाला 
फिर घोटालेबाजों का सम्मान 
आखिर है एक ही लक्ष्य 
करना देश का काम तमाम 
उनके महान अनुभवों से लेना है काम 
कैसा बने कानून कि 
कोई हमें छू न पाये 
जनता रहे नर्क में या स्वर्ग जाये 
हमारा दर खुला है 
खुला ही रहेगा 
तहे दिल से है स्वागत 
जो भी जहाँ भी हो स्वनाम धन्य घोटालेबाज 
आईये आईये और कहीं मत जाइए 
धन दौलत और सम्मान 
सब कुछ यहाँ खैरात में पाइए !

सुधीर कुमार ' सवेरा ' ०४ - १० - २०१२ 
०९ - ४५ am  

कोई टिप्पणी नहीं: