ADHURI KAVITA SMRITI
रविवार, 7 सितंबर 2014
293 . जुबान कट जाये अगर लब से
२ ९ ३ .
जुबान कट जाये अगर लब से
तुम्हारे लिए कुछ गिला निकले
मगर यह तो कहूँगा तुझको
क्या समझा था क्या निकले !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
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