ADHURI KAVITA SMRITI
सोमवार, 20 अप्रैल 2015
452 . अज्ञानी …………
४५२
अज्ञानी …………
मान से जो फूलता है
लोग कहेंगे क्या , सोंच
पथ से जो भटकता
देह चिंता जिसे सताती
वही मुर्ख कहलाता है !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें