ADHURI KAVITA SMRITI
सोमवार, 23 फ़रवरी 2015
401 .मेरे दिल के गहराई में
४०१
मेरे दिल के गहराई में
उतरना तेरा
यह मेरा कसूर न था
तुझको रोका हर बार
तुमने मानी नहीं एक बार
यह मेरा कसूर न था !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें