ADHURI KAVITA SMRITI
रविवार, 22 फ़रवरी 2015
400 . जैसे ही तुमने सत्य को जाना
४००
जैसे ही तुमने सत्य को जाना
बस वहीं समझो ' सवेरा ' को पहचाना !
शराब तुमने पी
मदहोश मैं हुआ
आँख तेरी झँपी
खामोश मैं हुआ
वाह रे तेरी मोहब्बत
बेवफाई तुमने की
सजा मुझे मिली !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
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