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मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा
जब यार किसी का जुदा होता होगा
जब प्यार किसी का बिछुरता होगा
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा
जब माँ की ममता मरती होगी
जब पिता का प्यार रूठता होगा
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा
जिसने कभी न सुख देखा
जब दुःख से भी नाता टूटता होगा
शायद जग ही उसका छूटता होगा
आशा ही जब मर जाती होगी
घोड़ निराशा घेरती होगी
सब ही जब रुठते होंगे
जीकर भी जब मरता होगा
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा
छोड़ कर सारी दुनिया
ठोकर दर - दर खाता होगा
मंजिल न उसको मिलती होगी
भूखा होकर प्यासा होकर
फाँके दर - दर खाता होगा
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' 15-09-1980
चित्र गूगल के सौजन्य से
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा
जब यार किसी का जुदा होता होगा
जब प्यार किसी का बिछुरता होगा
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा
जब माँ की ममता मरती होगी
जब पिता का प्यार रूठता होगा
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा
जिसने कभी न सुख देखा
जब दुःख से भी नाता टूटता होगा
शायद जग ही उसका छूटता होगा
आशा ही जब मर जाती होगी
घोड़ निराशा घेरती होगी
सब ही जब रुठते होंगे
जीकर भी जब मरता होगा
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा
छोड़ कर सारी दुनिया
ठोकर दर - दर खाता होगा
मंजिल न उसको मिलती होगी
भूखा होकर प्यासा होकर
फाँके दर - दर खाता होगा
मत पूछो दर्द वो कैसा होता होगा !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' 15-09-1980
चित्र गूगल के सौजन्य से
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