सोमवार, 1 दिसंबर 2014

347 .आओ - आओ

३४७ 
आओ - आओ 
बाहर झाँको 
ऊँचे - ऊँचे 
घरों को देखो ऊँचे लोग 
बड़े - बड़े लोग हैं ये 
सुन के इनके बड़े - बड़े बोल
चा s s प s s ड़ s s ची s s पु s s ड़ s s s 
ना s s स s s रे s s पी s s चु s s प s s तूँ s s s 
लड़ते झगड़ते 
इनके देखो दिन बीते 
खोलें एक दूसरे की पोल 
ये हैं बड़े - बड़े लोग 
नाम हैं इनके जितने ऊँचे 
महल है देखो जितने बड़े 
काम करे हैं ये उतने ओछे !

सुधीर कुमार ' सवेरा ' 

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