सोमवार, 7 जनवरी 2013

199 . दर्द को भुलाने के लिए


199 .

दर्द को भुलाने के लिए 
प्यार का सहारा नहीं मिलता 
जब भी मिलता है 
तो गम का प्याला मिलता है 
दुनियाँ में बहुत भीड़ है 
पर कोई हमारा नहीं मिलता 
भीड़ में भी रहकर 
कोई सहारा नहीं मिलता 
हँसी के बादलों में भी 
ढूंढे से भी हँसी का फुहारा नहीं मिलता 
पेड़ों के छावं में भी 
छाँवों का सहारा नहीं मिलता 
गर्दिस में घिर जाएँ तो 
पीने को जहर का प्याला नहीं मिलता 
झील की ठंढी छाँव में भी 
ठंढक का एहसास नहीं मिलता !

सुधीर कुमार ' सवेरा '    14-07-1980   3.00 am 
चित्र गूगल के सौजन्य से 

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