ADHURI KAVITA SMRITI
मंगलवार, 8 जनवरी 2013
202 . वक्त जब तुझको पड़ा था
202.
वक्त जब तुझको पड़ा था
तो सर्वश्व हमने दिया
अब बहार आ गया है तेरे चमन में
तो कहते हैं कि तेरा काम नहीं !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' 16-01-1984
चित्र गूगल के सौजन्य से
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