२८८.
इंतजार - इंतजार
जिन्दगी को मौत का है इंतजार
इंतजार - इंतजार
बेवफाई की राह में
वफा का है इंतजार
इंतजार - इंतजार
जिन्दगी को मौत का है इंतजार
गम की दुनिया में
बेबसी के मारों को
अँधेरी दुनियां में
रोते बिलखते इन्सानों को
झूठे आशा का है इंतजार
इंतजार - इंतजार
सुनी - सुनी राहें
आंसू हैं तन्हा जीवन का साथी
बेचैन राहें
मेरी जिन्दगी तुझको पुकारे
धुप छाँव में
सर्दी गर्मी से ठिठुरती अरमाने
कह रहा है ये दिल आज
तुम ही हो मेरे प्यार
तेरा ही है इंतजार , इंतजार - इंतजार
सुधीर कुमार ' सवेरा ' १९ - ०६ - १९८४
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