ADHURI KAVITA SMRITI
शनिवार, 21 मार्च 2015
419 .परीक्षा में पर इक्षा
४१९
परीक्षा में पर इक्षा
होती है क्या
ये जाना था मैं तब
प्रतिष्ठा के परीक्षा से
होना पड़ा था
दो चार जब
सर हिलाना अपराध था
नीचे झुकना गुनाह था !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
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