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मैं जानता हूँ मेरा ' काम '
आजकल करता है मुझे परेशान
खुद अपने ऊपर हूँ बड़ा हैरान
समझ नहीं आता कैसे करूँ अपना कल्याण
ऐ माँ मुझे अपने आँचल में छुपा ले
इस ' काम ' से बचा ले
तेरे सिवा और मेरा कोई नहीं
मैं हूँ ' काम ' का मारा
ये मुझे हर पल है सताता
' माँ ' मुझे इससे दिला छुटकारा
' काम ' को कर भस्म
करो मुझ पर माँ तुम रहम
बस इतनी सी है मेरी प्रार्थना !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
मैं जानता हूँ मेरा ' काम '
आजकल करता है मुझे परेशान
खुद अपने ऊपर हूँ बड़ा हैरान
समझ नहीं आता कैसे करूँ अपना कल्याण
ऐ माँ मुझे अपने आँचल में छुपा ले
इस ' काम ' से बचा ले
तेरे सिवा और मेरा कोई नहीं
मैं हूँ ' काम ' का मारा
ये मुझे हर पल है सताता
' माँ ' मुझे इससे दिला छुटकारा
' काम ' को कर भस्म
करो मुझ पर माँ तुम रहम
बस इतनी सी है मेरी प्रार्थना !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
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