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मान लो यह सीख मेरी
धरो ध्यान माँ की थोड़ी
फिरो मत भोगों की ओर
कर इनसे शत्रु सा वैर
विषयों को साँप तुम जानो
कभी न इनसे प्रीति तुम ठानो
भोगों से जो हो गयी भेंट
हो गयी अधोगति समझो तुम ठेंठ
लो इन सबसे मुख मोड़
मुड़ो माँ चरणो की ओर
अन्यथा कहीं न होगी तेरी ठौड़
' सवेरा ' की कथनी पे करो गौर !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
मान लो यह सीख मेरी
धरो ध्यान माँ की थोड़ी
फिरो मत भोगों की ओर
कर इनसे शत्रु सा वैर
विषयों को साँप तुम जानो
कभी न इनसे प्रीति तुम ठानो
भोगों से जो हो गयी भेंट
हो गयी अधोगति समझो तुम ठेंठ
लो इन सबसे मुख मोड़
मुड़ो माँ चरणो की ओर
अन्यथा कहीं न होगी तेरी ठौड़
' सवेरा ' की कथनी पे करो गौर !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
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