ADHURI KAVITA SMRITI
सोमवार, 11 मई 2015
476 . मोह ममता है झूठी
४७६
मोह ममता है झूठी
भोग झूठे आशा झूठी
कहते सभी सुनते सभी
दिन रात इन्ही में पड़े
तभी तो कहते हैं
यही है अविद्याग्रस्त जीवन !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
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