ADHURI KAVITA SMRITI
रविवार, 24 मई 2015
494 . तेरा नहीं मेरा नहीं
४९४
तेरा नहीं मेरा नहीं
सच पूछो तो
कोई हमारा नहीं
खेल बहुत यहाँ
पर दूर माँ से बैठो
उसकी किस्मत को क्या कहें ?
उसका कहीं गुजारा नहीं !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
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