ADHURI KAVITA SMRITI
रविवार, 12 अप्रैल 2015
439 . आज ही सबसे महान
४३९
आज ही सबसे महान
आज ही भविष्य का आधार है
आज ही जीवन बनाने वाला
आज ही करता जीवन कल्याण है
कौन घड़ी जीवन का जो परम सिद्ध है ?
कौन घड़ी है वह जिसका परम सम्मान है
अब तक क्या जाना नहीं उसे ?
आज ही वह जो आज ही भर है !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें