ADHURI KAVITA SMRITI
शनिवार, 11 अक्टूबर 2014
309 .नयी शहर नयी बागवान मुबारक हो तुझे
३०९ .
नयी शहर नयी बागवान मुबारक हो तुझे
नयी मंजिल नयी डगर मुबारक हो तुझे
नयी जिंदगी नया हमसफर मुबारक हो तुझे
नये दोस्त नया प्यार् मुबारक हो तुझे
नयी चाह नये कदम मुबारक हो तुझे |
सुधीर कुमार ' सवेरा ' १०-०३-१९८४ कोलकाता
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें