ADHURI KAVITA SMRITI
सोमवार, 13 अक्टूबर 2014
313 . वक्त की तीखी किरणो ने
३१३ .
वक्त की तीखी किरणो ने
ओठों के
हँसते शबनमी बुंदों को
सवेरे की
लाली देखने से ही पहले
जला डाला |
सुधीर कुमार ' सवेरा '
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