यादें
( मनोज - सुधा के बच्चे के जनमोत्स्व पर बाएं से धर्म पत्नी जी सुधा जी )
५३१
जब तक रहे सत्ता से बाहर
कहते रहे हमारा हाथ
आम आदमी के साथ
कहते रहे मंहगाई सौ दिनों के अंदर
हो जायेगा छू मंतर
सारी समस्याओं का हो जायेगा अंत
हमारा ऐसा होगा प्रयत्न
पर निकला सारा झूठ और प्रपंच
बारी - बारी से हमने दिया सबको मौका
बदले में मिला केवल धोखा
क्यों कहते सब पहले " सत्य मेव जयते "
फिर कहते " वाल मार्ट जयते "
चाहे जनता जिए या मरे !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' ०२ - १० - २०१२
११ - ५० am
( मनोज - सुधा के बच्चे के जनमोत्स्व पर बाएं से धर्म पत्नी जी सुधा जी )
५३१
जब तक रहे सत्ता से बाहर
कहते रहे हमारा हाथ
आम आदमी के साथ
कहते रहे मंहगाई सौ दिनों के अंदर
हो जायेगा छू मंतर
सारी समस्याओं का हो जायेगा अंत
हमारा ऐसा होगा प्रयत्न
पर निकला सारा झूठ और प्रपंच
बारी - बारी से हमने दिया सबको मौका
बदले में मिला केवल धोखा
क्यों कहते सब पहले " सत्य मेव जयते "
फिर कहते " वाल मार्ट जयते "
चाहे जनता जिए या मरे !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' ०२ - १० - २०१२
११ - ५० am
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