यादें
( बेटी का जन्म दिन )
५३५
जान पे बन आयी तो
दामाद जी सासु माँ के लिए ये क्या कह दिया
बनाना रिपब्लिक अर्थात भ्रष्टाचार , माफियाराज
और राजनितिक अव्यवस्थाओं का बोलबाला
अरे दामाद जी ऐसा न होता तो
आप इतना माल भला कैसे बनाते ?
इतना V V I P स्वागत भला कैसे होता ?
बिना रोक टोक भला कैसे आते जाते !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
०८ - १० - २०१२
११ - ३० am
( बेटी का जन्म दिन )
५३५
जान पे बन आयी तो
दामाद जी सासु माँ के लिए ये क्या कह दिया
बनाना रिपब्लिक अर्थात भ्रष्टाचार , माफियाराज
और राजनितिक अव्यवस्थाओं का बोलबाला
अरे दामाद जी ऐसा न होता तो
आप इतना माल भला कैसे बनाते ?
इतना V V I P स्वागत भला कैसे होता ?
बिना रोक टोक भला कैसे आते जाते !
सुधीर कुमार ' सवेरा '
०८ - १० - २०१२
११ - ३० am
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें