यादें
( बेटे उज्जवल सुमित का जन्म दिन )
५३९
जिस मूर्ति को पूज्य बनाता
वही यारों धोखा दे जाता
इस वकील / जज का बड़ा मन में सम्मान था
स्वार्थ उनका वो जाने
इस उम्र में विवशता वो माने
ऐसे लोग भी करें थेथरोलॉजी
तो हम जैसे क्या कह पाएंगे जी
अंधेर नगरी चौपट राजा
टके सेर खाजा टके सेर भाजा
जिसने अपना कर्तव्य निभाया ( चैनल / पत्रकार )
जिसने लूट खसोट मचाया
अपाहिजों का भी हक़ मार गया
हो तो हो सबकी मलामत
ताकि रह पाये चोर की इज्जत सलामत !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' १५ - १० - २०१२
१० - ०९ pm
( बेटे उज्जवल सुमित का जन्म दिन )
५३९
जिस मूर्ति को पूज्य बनाता
वही यारों धोखा दे जाता
इस वकील / जज का बड़ा मन में सम्मान था
स्वार्थ उनका वो जाने
इस उम्र में विवशता वो माने
ऐसे लोग भी करें थेथरोलॉजी
तो हम जैसे क्या कह पाएंगे जी
अंधेर नगरी चौपट राजा
टके सेर खाजा टके सेर भाजा
जिसने अपना कर्तव्य निभाया ( चैनल / पत्रकार )
जिसने लूट खसोट मचाया
अपाहिजों का भी हक़ मार गया
हो तो हो सबकी मलामत
ताकि रह पाये चोर की इज्जत सलामत !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' १५ - १० - २०१२
१० - ०९ pm
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