ADHURI KAVITA SMRITI
शनिवार, 29 अप्रैल 2017
748 . कृपा करह जगत जननी माता। तोहे भवानी सब लोक का धाता।।
748
कृपा करह जगत जननी माता। तोहे भवानी सब लोक का धाता।।
खीन सेवक हमे देखि कर करुना। कि कहब माता मोए तोहर गुना।।
जगतप्रकाश नृपति कर विनती। जनम होउ तोर पदे मती।।
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