139 .
मधुबन गाये गीत रसीले
झरने देते संगीत सुरीले
मैं पागल प्यार में तेरे
जाम बनाते तेरे नयन नशीले
कोयल देती जब कूक
तो दिल में उठते हूक
प्यासे पंछी की तरह
देखूँ अपलक तेरे नूर
मधुबन गाते
वर्षा के बूँदों में
हो जायें मिलकर दोनों एक
चारों तरफ छायी हरियाली
देखो मौसम ये
कैसी है रंग लायी
हम दोनों दो मतवाले
हमको देखे ये दुनियाँ वाले
प्यार किसे कहते हैं
जानेंगे तब ये दीवाने
सब कुछ मिट सकता
पर प्यार नहीं मिटता
जिन्दा रहती है तब तक
चाँद सितारे रहेंगे जब तक
सब को सब कुछ मिल जाये
हमें बस तेरा प्यार मिले
मधुबन गाये गीत रसीले
दुनियाँ की परवाह नहीं
बस दिल में तेरी चाह है
दिन से लेकर रैन बीते
बस मन में तेरी ही प्यास है
प्यास बुझायें तेरे ओंठ रसीले
दिल में यही बात है
तूँ मुझ में मैं तुझ में
जग से होकर दूर
छोड़ कर सारे जग को
एक हो चलेंगे सब कुछ भूल
आहटें थम जायेंगी
खिलेंगे बागों में प्रीति फूल
मधुबन गाये गीत रसीले
तुम तो ऐसी हो रूपसी
फीकी है पूनम की चाँदनी
देख तुझे चाँद भी शरमा जाये
तुम हो ही ऐसी प्रेयसी
मैं देखूं तुझको अपलक
मेरे मन बस यही ख्याल आये
मधुबन गाये गीत रसीले
तूँ जब मेरे पास न होती
दिल को मेरे चैन न आती
तेरे गोरे बदन से
चन्दन की खुसबू आती
ओ मेरे जीवन साथी
मेरे प्राण हैं तुझ में बसते
तेरे बिना न अपनी कहानी
तेरे बिना न ये जिंदगानी
मैं तेरा दीवाना बना
बन गयी तूँ मेरी दीवानी
जन्म - जन्म का साथ रहा है
मैं तेरा राजा बना हूँ
तूँ बनी है मेरी रानी
मधुबन गाये गीत रसीले !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' 01-06-1980
चित्र गूगल के सौजन्य से
मधुबन गाये गीत रसीले
झरने देते संगीत सुरीले
मैं पागल प्यार में तेरे
जाम बनाते तेरे नयन नशीले
कोयल देती जब कूक
तो दिल में उठते हूक
प्यासे पंछी की तरह
देखूँ अपलक तेरे नूर
मधुबन गाते
वर्षा के बूँदों में
हो जायें मिलकर दोनों एक
चारों तरफ छायी हरियाली
देखो मौसम ये
कैसी है रंग लायी
हम दोनों दो मतवाले
हमको देखे ये दुनियाँ वाले
प्यार किसे कहते हैं
जानेंगे तब ये दीवाने
सब कुछ मिट सकता
पर प्यार नहीं मिटता
जिन्दा रहती है तब तक
चाँद सितारे रहेंगे जब तक
सब को सब कुछ मिल जाये
हमें बस तेरा प्यार मिले
मधुबन गाये गीत रसीले
दुनियाँ की परवाह नहीं
बस दिल में तेरी चाह है
दिन से लेकर रैन बीते
बस मन में तेरी ही प्यास है
प्यास बुझायें तेरे ओंठ रसीले
दिल में यही बात है
तूँ मुझ में मैं तुझ में
जग से होकर दूर
छोड़ कर सारे जग को
एक हो चलेंगे सब कुछ भूल
आहटें थम जायेंगी
खिलेंगे बागों में प्रीति फूल
मधुबन गाये गीत रसीले
तुम तो ऐसी हो रूपसी
फीकी है पूनम की चाँदनी
देख तुझे चाँद भी शरमा जाये
तुम हो ही ऐसी प्रेयसी
मैं देखूं तुझको अपलक
मेरे मन बस यही ख्याल आये
मधुबन गाये गीत रसीले
तूँ जब मेरे पास न होती
दिल को मेरे चैन न आती
तेरे गोरे बदन से
चन्दन की खुसबू आती
ओ मेरे जीवन साथी
मेरे प्राण हैं तुझ में बसते
तेरे बिना न अपनी कहानी
तेरे बिना न ये जिंदगानी
मैं तेरा दीवाना बना
बन गयी तूँ मेरी दीवानी
जन्म - जन्म का साथ रहा है
मैं तेरा राजा बना हूँ
तूँ बनी है मेरी रानी
मधुबन गाये गीत रसीले !
सुधीर कुमार ' सवेरा ' 01-06-1980
चित्र गूगल के सौजन्य से
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें